National

Owaisi on Waqf Board Bill: ओवैसी की दहाड़, कहा.. ‘सुनो मोदी, अमित शाह, हम अपनी मस्जिद का सौदा नहीं कर सकते’.. आप भी सुनें

Owaisi on Waqf Board Bill: पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनी​तिक दलों ने तैयारी शुरू कर दी है। सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष के नेता तक चुनावी मैदान में उतरकर जनता को अपने पक्ष में करने की कवायद में जुटे हुए हैं। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जहां एक ओर सत्ताधारी पार्टी एनडीए सौगातों की झड़ी लगा रही है तो दूसरी ओर विपक्ष ने भी वादों और दावों का सिलसिला शुरू कर दिया है।

इसके साथ ही बड़े नेता एक-दूसरे के खिलाफ आरोप भी लगा रहे है और पूरे चुनाव को जातीय-धार्मिक दिशा की मोड़ने की भी कवायद में जुटे है। हिंदूवादी दल के नेता जहां बिहार में बांग्लादेशी वोटरों को खदेड़ने का दावा कर रहे है तो इसके उलट राजद, कांग्रेस और एआईएमआईएम जैसे दल अल्पसंखयकों के अधिकारों की बात कर रहे है।

बहरहाल इस बीच एआईएमआईएम के नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भारत सरकार की तरफ से लाये गए वक़्फ़ संशोधन बिल के बहाने फिर से मोदी सरकार पर हमला बोला है। ओवैसी चुनाव प्रचार के सिलसिले में बिहार के बहादुरगंज पहुंचे थे।

क्या कहा सांसद ओवैसी ने?

Owaisi on Waqf Board Bill: अपने सम्बोधन में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, “जिन लोगों ने सोचा था कि अगर चार को तोड़ दिया जाए तो ये लोग कमजोर हो जाएंगे। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि चार का जवाब 24 से दिया जाएगा। हम पीएम मोदी से यही कह रहे हैं कि वक्फ का काला कानून बनाकर आप सोचते हैं कि मस्जिदें, दरगाहें, खानकाह और कब्रिस्तान छीन लिए जाएंगे। आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं। हम मस्जिद नहीं छोड़ने वाले हैं। हम अपनी खानकाहों, दरगाहों और कब्रिस्तानों की जमीन नहीं छोड़ने वाले हैं। नीतीश कुमार, मोदी, चिराग पासवान और कुशवाहा साहब ने मिलकर ऐसा गंदा कानून बनाया है, जिसके जरिए वे हमारी मस्जिदों को छीनना चाहते हैं।”

ओवैसी ने आगे कहा, “आपने देखा कि ओवैसी ने भारतीय संसद में क्या किया? भगवान ने मुझे बोलने का मौका दिया। मैं आप सभी की तरफ से भारतीय संसद में खड़ा हुआ और कहा कि हम इस काले कानून को स्वीकार नहीं करते। मैंने संसद में कहा, ‘सुनो मोदी, अमित शाह, हम अपनी मस्जिद का व्यापार नहीं कर सकते।’ फिर, मैं संसद में उस कानून को फाड़ दिया”

आज हो सकता है तारीखों का ऐलान

Owaisi on Waqf Board Bill: आज शाम 4 बजे निर्वाचन आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगी। उम्मीद की जा रही है मतदान की तारीख छठ के बाद की तय हो सकती है।

इससे पहले रविवार को सीईसी ज्ञानेश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि हाल ही में बिहार में मतदाता सूची शुद्धिकरण का काम चलाया गया और हमारे सामने मौजूद बूथ लेवल अधिकारियों ने न सिर्फ अपने बूथों पर मतदाता सूची शुद्धिकरण का काम किया, बल्कि बिहार के 90,217 बूथ लेवल अधिकारियों ने ऐसा काम किया जो पूरे देश में सराहनीय है। जैसे बिहार के वैशाली ने दुनिया को लोकतंत्र की राह दिखाई। आप सब मिलकर मतदाता सूची शुद्धिकरण के काम में देश के लिए प्रेरणा स्रोत बनेंगे।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने प्रेस वार्ता को संबोधित कर कहा, आने वाले इस चुनाव में जो चुनाव आयोग ने नई पहल शुरू की है, वह अब पूरे देश भर में भी लागू होंगी। बिहार में 243 विधानसभा सीटें हैं। बिहार के विधानसभा की कालावधि 22 नवम्बर तक समाप्त हो रही है और उसके पहले ही चुनाव संपन्न होंगे। चुनाव आयोग की पूरी टीम दो दिनों से बिहार में है। इस दौरान हमारी टीम ने पटना में राजनीतिक दलों, प्रशासनिक चुनाव अधिकारियों, राज्य के सर्वोच्च प्रशासनिक अधिकारियों, प्रवर्तन एजेंसियों, मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ), विशेष पुलिस नोडल अधिकारी (एसपीएनओ) और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के नोडल अधिकारियों के साथ बैठकें की हैं।

Maithili Thakur Bihar Assembly Election: उन्होंने कहा कि BLO जब मतदाता के पास जाए तो मतदाता उन्हें अच्छे से पहचान पाए, इसके लिए उनके लिए भी ID कार्ड शुरू किए गए हैं। अब पोलिंग बूथ के बाहर मोबाइल जमा कर वोट देने की सुविधा की गई है। इससे पहले मोबाइल घर या कहीं और छोड़कर आना होता था। सीईसी ने बताया कि अब बिहार के अलावा देश के किसी भी बूथ पर 1200 से ज्यादा वोटर नहीं होंगे।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, बिहार में वन स्टॉप डिजिटल प्लेटफॉर्म भी बिहार में लागू कराया जाएगा। बूथ से 100 मीटर की दूरी से हर प्रत्याशी अपने एजेंट को लगा सकते हैं। 100 परसेंट वेब कास्टिंग हर पोलिंग स्टेशन पर की जाएगी। EVM पर जो बैलेट पेपर होते हैं वो ब्लैक एंड व्हाईट होती है, जिससे पहचान में दिक्कत होती है। इसलिए बिहार के चुनाव से अब सीरियल नंबर का फ़ॉन्ट और प्रत्याशियों की फोटो कलरफुल होगा।

Related Articles

Back to top button