पुतिन ने ट्रंप को करारा झटका दियाः रूस ने अमेरिका के साथ रद्द किया प्लूटोनियम समझौता, एक दिन पहले ही रूस ने दुनिया की पहली न्यूक्लियर पावर्ड मिसाइल का किया था सफल टेस्ट

Russia Terminates Plutonium Agreement With US: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को करारा झटका दिया है। व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के साथ प्लूटोनियम समझौता रद्द कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बीते काफी वक्त से रूस के खिलाफ बोल रहे थे। अब पुतिन ने अमेरिका को झटका दिया है। ट्रंप ने भारत को भी रूस के खिलाफ ट्रेड डील रद्द करने को कहा था। हालांकि भारत ने ऐसा नहीं किया।
दरअसल अमेरिका और रूस के संबंध बीते कई महीनों से ठीक नहीं चल रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक अब पुतिन ने ट्रंप के खिलाफ कदम उठाया है।
पुतिन ने जिस कानून पर हस्ताक्षर किया है, उसे इसी महीने की शुरुआत में रूस की संसद में मंजूरी मिल गई थी। अहम बात यह भी है कि रूस और यूक्रेन के बीच काफी वक्त से युद्ध चल रहा है और अमेरिका के साथ कई और देश यूक्रेन के साथ नजर आए हैं। ऐसे में पुतिन ने परमाणु बलों को अलर्ट रखा है।
रूस-अमेरिका के बीच 2000 में हुआ था खास समझौता
दरअसल रूस और अमेरिका के बीच सितंबर 2000 में एक खास समझौता हुआ था, जिसके तहत दोनों देशों को 34 टन हथियारों में इस्तेमाल होने वाले प्लूटोनियम को नष्ट करा था। हालांकि अक्टूबर 2016 में मॉस्को ने इस समझौते को रद्द कर दिया था। रूस के इस कदम को अमेरिका ने अपने खिलाफ माना और दुश्मनी से भरी कार्रवाई करार दिया था।
परमाणु-संचालित मिसाइल का रूस ने किया था टेस्टबता दें कि एक दिन पहले ही रूस ने दुनिया की पहली न्यूक्लियर पावर्ड यानी परमाणु ऊर्जा से चलने वाली क्रूज मिसाइल बुरेवस्तनिक-9M739 का सफल परीक्षण किया है। रूस ने दावा किया है कि यह मिसाइल अनलिमिटेड रेंज वाली है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि इसके सभी टेस्ट पूरे हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी मिसाइल दुनिया के किसी भी देश के पास नहीं है। पहले कई एक्सपर्ट यकीन नहीं करते थे कि ऐसा हथियार भी बन सकता है, लेकिन यह हकीकत बन चुका है।
रूसी सेना के प्रमुख वैलेरी गेरेसिमोव ने बताया कि मिसाइल का सफल टेस्ट 21 अक्टूबर को किया गया। इस टेस्ट में बुरेवस्तनिक ने करीब 15 घंटे तक उड़ान भरी। इस दौरान मिसाइल ने 14 हजार किलोमीटर की दूरी तय की। गेरेसिमोव ने यह भी बताया कि यह मिसाइल की अधिकतम रेंज नहीं है, यह इससे अधिक दूरी भी तय कर सकती है।



