गृहमंत्री विजय शर्मा ने लिए टॉप नक्सली लीडर्स के नाम.. कहा, ‘हिंसा छोड़ वापस आ जाईये, हम रेड कार्पेट बिछाकर स्वागत करेंगे’

Vijay Sharma on Naxalism: रायपुर: छत्तीसगढ़ समेत देशभर में नक्सल विरोधी अभियान अपने पूरे चरम पर है। केंद्र सरकार के निर्देश पर राज्यों की पुलिस और नक्सल प्रभावित इलाको में तैनात अर्धसैनिक बल लगातार नक्सलियों के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। बात करें पिछले दिनों मिली कामयाबी की तो पुलिस ने ज्यादातर बड़े माओवादी नेताओं को ढेर कर दिया है। ये सभी माओवादियों के केंद्रित समिति के नेता थे। इनकी संख्या अब महज 8 से 9 ही रह गई है। उम्मीद जताई जा रही है कि, मार्च 2026 तक अगर बाकी बचे नेता सरेंडर नहीं करते है तो उन्हें न्यूट्रलाइज कर दिया जाएगा। इसके साथ ही नक्सलियों के संगठन का भी खात्मा हो जाएगा।
गृहमंत्री विजय शर्मा का बड़ा बयान
सूत्र बताते है कि, जिस तेजी से नक्सलियों के खिलाफ प्रहार जारी है, सम्भवतः सभी बड़े नेताओं को मार्च से पहले ही ढेर कर दिया जाये। हालांकि सरकार अब भी प्रयासरत है कि, किसी भी तरह के मुठभेड़ के बजाये ये नेता खुद से ही सरकार और पुलिस के सामने सरेंडर कर दें। वही छत्तीसगढ़ में इस पूरे अभियान को लीड कर रहे उप मुख्यमंत्री सह गृहमंत्री ने नक्सलवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है।
क्या कहा गृहमंत्री विजय शर्मा ने?
Vijay Sharma on Naxalism: दरअसल विजय शर्मा ने पहली बार नक्सलियों के बड़े नेताओं का नाम लेकर उनसे आत्मसमर्पण की अपील की है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए सोनू, वेणुगोपाल, सतीश, भरसादेव और हिड़मा जैसे माओवादियों के नाम लिए है। उन्होंने यह सभी नक्सली शीघ्र वापस आ जाए। गृहमंत्री ने यह भी कहा कि, हम रेड कॉर्पोरेट बिछाकर स्वागत करेंगे। आत्मसमर्पण कर पुनर्वास के बाद सभी चर्चा करेंगे।
नक्सलवाद के नाम पर फैलाया गया भ्रम
गृह मंत्री विजय शर्मा ने यह भी कहा कि, नक्सलवाद के खिलाफ आज से वैचारिक लड़ाई शुरू होगी। अब लड़ाई हथियारों से आगे विचारों तक पहुंच गई है। इस पर अनेक आयामों पर चर्चा हो रही है। विजय शर्मा ने दावा किया कि, नक्सलवाद के नाम पर लोगों को भ्रमित किया गया। विजय शर्मा ने बताया कि, “1,700 से ज़्यादा लोग मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं। 1,600 से ज़्यादा नक्सली गिरफ़्तार किए गए हैं। कुछ को मार भी गिराया गया है। यहाँ मुख्य बात यह है कि सभी को इसके बारे में पता होना चाहिए। ज़मीनी स्तर पर स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए।”